दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की अस्पतालों में जरूरी दवाइयों, अस्पतालों में इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों की उपलब्धता की समीक्षा के लिए दिल्ली सचिवालय में समीक्षा बैठक की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई इस समीक्षा बैठक में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री श्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, फाइनेंस, स्वास्थ्य सचिव सहित अस्पतालों के सभी निदेशकों / प्रमुख / मेडिकल सुपरिंटेंडेंट भी मौजूद रहे।
इसी महीने गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में सरकारी लापरवाही की वजह से अबतक 70 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई चुकी है। बताया जा रहा है कि सरकारी अस्पताल द्वारा अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाली प्राइवेट कंपनी को बकाया राशि का भुगतान न करने की वजह से प्राइवेट कंपनी ने अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई रोक की जिसकी वजह से लगभग अबतक 70 बच्चों की मौत हो चुकी है। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कम्पनी का कहना है कि बकाया राशि की भुगतान के लिए मेडिकल कॉलेज समेत मुख्यमंत्री और सम्बंधित मंत्रियों एवं अधिकारियों को कई बार चेताया था। मगर सरकार या मेडिकल कॉलेज की तरफ से सकारात्मक जबाब न मिलने की वजह से ऑक्सीजन की सप्लाई रोकनी पड़ी।
दिल्ली को गोरखपुर BRD मेडिकल कॉलेज में सरकारी लापरवाही की वजह से हुई त्रासदी जैसी स्थिति से बचाने, सरकारी अस्पतालों की स्थिति की जानकारी लेने तथा इस प्रकार की दुर्घटना से निपटने के लिए पूरे इंतजाम कर तैयार रहने के लिए मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने मेडिकल सुपरिंटेंडेंट की आपात बैठक बुलाई। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट्स को निर्देश जारी कर अस्पतालों में जरूरी दवाइयों, अस्पतालों में इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों की उपलब्धता की पूरी जानकारी के साथ बैठक में आने को कहा गया था। दिल्लीवालों को बेहतर स्वास्थ सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए केजरीवाल ने स्वास्थ विभाग पर खुद नजर रखे हुए हैं। अस्पतालों की स्थिति जानने के लिए केजरीवाल खुद अस्पतालों का औचक निरीक्षण करते रहते हैं।